ऐसा करके अनूप ने एक बार फिर अपनी निस्वार्थता दिखाई
By doing this, Anup once again showed his selflessness

कैप्टन कूल के नाम से मशहूर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अनूप कुमार प्रो कबड्डी के छठे सीजन के बाद रिटायर हो चुके हैं। प्रो कबड्डी में, अनूप यू मुंबा और जयपुर पिंक पैंथर्स के लिए खेले। इनमें से, उन्होंने यू मुंबा टीम से अपना दूसरा सीज़न जीता। अपनी सेवानिवृत्ति के तुरंत बाद, अनूपने ने पुणेरी पलटण के कोच का पद संभाला।
मैच में स्थिति कैसी भी हो, अनूप हमेशा शांत रहते थे। ऐसे कई उदाहरण हैं जहां अनुपने ने अपने दिमाग को थंडा रखके कई बार मैच जीते हैं। अनूप की निस्वार्थता भी अक्सर प्रशंसको के चर्चा का विषय होती है। जब वह सेवानिवृत्त हो रहे थे, तब भी उन्होंने अपनी निस्वार्थता बनाए रखी।
अनूप प्रो कबड्डी के छठे सीजन में जयपुर के लिए खेले। इस सीजन में उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा था। अनुपने ने खुद महसूस किया कि वह अब पहले की तरह नहीं खेल सकते। मीडिया में ऐसी अफवाहें थीं कि अनूप रिटायर हो जाएंगे। इस बार अनूप
अपने करियर में महत्वपूर्ण मोड़ पर थे। प्रो कबड्डी में, अनूप ने 596 अंक बनाए थे। यदि उन्होंने 600 अंक पूरे कर लिए होते, तो उस समयपर वह ऐसा करने वाले प्रो कबड्डी में केवल सातवें खिलाड़ी बन जाते।
अगर कोई और खिलाड़ी होता तो वह दूसरा मैच खेलकर 600 अंक पूरे करने के बारे में सोचता। हालाँकि, अनुपम ने उसी दिन अपने बेटे के दसवें जन्मदिन के रूप में सेवानिवृत्त होने का फैसला किया। उन्होंने यह निर्णय इस विचार के बावजूद लिया कि 600 अंकों को पूरा करने के लिए उन्हे केवल 4 अंक चाहिए। कबड्डी मैचों में अपनी टाइमिंग का करिश्मा दिखानेवाले अनुप ने अपनी रिटायरमेंट के समय भी अपना टायमिंग दिखाया। यहां भी, उन्होंने अपनी निस्वार्थता दिखाई और भविष्य के कबड्डी खिलाड़ियों के लिए एक अच्छी मिसाल कायम की। इस तरह की घटनाओं के कारण सेवानिवृत्त होने के बावजूद, अनूप अभी भी लाखों प्रशंसकों के दिलों पर राज करते हैं।