पांच खिलाड़ी जिन्होंने कामयाब पदार्पण किया

Five players with powerful debuts

प्रो कबड्डी लीग ने भारत और विदेशों के कई खिलाड़ियों को एक मंच प्रदान किया। इस लीग ने कई युवा खिलाड़ियों को अपना कौशल दिखाने का मौका दिया। इनमें से कुछ युवा खिलाड़ियों ने प्रो कबड्डी लीग में अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया। नवीन कुमार गोयत, सिद्धार्थ देसाई उनमें से कुछ हैं। प्रो कबड्डी के सातवें सीजन में कुछ ऐसे युवाओं ने कबड्डी के प्रशंसकों का ध्यान आकर्षित किया। यह लेख ऐसे खिलाड़ियों के प्रदर्शन की समीक्षा करता है जो सातवे सीजनमें प्रो कबड्डी का अपना पहला सत्र खेल रहे थे।

1. पंकज मोहिते – पुणेरी पलटण 
पुणेरी पलटण के अग्रणी खिलाड़ी नितिन तोमर के जखमी होनेसे पंकज को मौका मिला। पंकज ने मिले मौके का पूरा फायदा उठाया। पंकज ने इस सीजन में 16 मैचों में 113 अंक बनाए। नितिन की अनुपस्थिति में, मनजीत पलटण  के प्रमुख रेडर के रूप में खेल रहे थे। पंकज ने उसे सही संगत दी। हालांकि इस सीजन में पुणेरी पलटण  की यात्रा प्रारंभिक दौर में समाप्त हो गई, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि उन्हें पंकज के रूप में एक अच्छा रेडर मिला।

2. वी अजीत कुमार – तमिल थलाइवाज 

अजय ठाकुर, राहुल चौधरी, मनजीत चिल्लर जैसे स्टार प्लेयर्स के मौजूद होते हुए एक नवागंतुक के लिए टीम पर प्रभाव बनाना एक मुश्किल काम है। वी अजीत कुमार ने, हालांकि, यह कर दिखाया।

ज्यादातर समय, तमिल थलाइवाज के सभी प्लेयर आऊट हो जाते थे और अजित अकेले मैट पर बचते थे। हालाँकि, अजीत बड़ी मुश्किल से विपक्ष में जाते थे और स्कोर बनाकर टीम को ऑल आऊट से बचा लेते थे। इस सीजन में, अजीत ने 19 मैचों में 121 अंक बनाए। दबाव में अंक हासिल करने की अजीत की क्षमता ने कईयों का दिल जीत लिया।

3. विनय तेवतिया – हरियाणा स्टीलर्स
हरियाणा स्टीलर्स को सातवें सीज़न में विनय का उल्लेख एक रत्न के रूप में करना होगा। विकास कंडोला और प्रकाश राय को साथ देते हुए विनय ने अच्छी छाप छोड़ी। विनय ने 23 मैचों में 129 अंक बनाए। उन्होंने हरियाणा के लिए खेले गए पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था। उनके प्रदर्शन से प्रभावित होकर टीम प्रबंधन ने वहां से हर मैच में विनय को टीम में शामिल किया। सीज़न के अंत में, वह हरियाणा स्टीलर्स के दूसरे सबसे अधिक स्कोर करने वाले रेडर थे।

4. सुमित – यूपी योद्धा 

प्रो कबड्डी द्वारा संचालित न्यू यंग प्लेयर उपक्रम से कई अच्छे खिलाड़ी आगे आए हैं। सुमित भी इस उपक्रम के माध्यम से यूपी योद्धा टीम द्वारा पाया गया एक हीरा है। अपने पहले सीज़न में, सुमित ने 22 मैचों में 77 टैकल अंक बनाए। उन्हें कप्तान नितेश कुमार का साथ मिला। उन्होंने इस सीजन में कुल 7 हाई फाइव स्कोर बनाकर अपने कप्तान को पीछे छोडा।

5. मोहम्मद नबी बख्श – बंगाल वॉरियर्स 

बंगाल वॉरियर्स ने सातवें सीज़न की शुरुआत में कई पुराने खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर दिया था। साथ ही टीम में नए नबीबख्श को जगह देकर सभी को चौका भी दिया। हालांकि, नबी बख्श ने फाइनल में एक मजबूत प्रदर्शन किया और अपनी पसंद को सार्थक किया। उन्होंने इस सीजन में बंगाल के लिए 23 मैचों में 122 अंक बनाए। इनमें से 92 रेड पॉइंट थे और 65 टैकल पॉइंट थे। इससे नबीबक्श का सर्वांगीण प्रदर्शन सामने आता है। नियमित टीम के कप्तान मनिंदर सिंह के घायल होने के बाद, नबीबक्श ने सेमीफाइनल और फाइनल में टीम का नेतृत्व किया।