उन्होंने कुश्ती छोड़ दी और भारत को एक प्रतिभाशाली कबड्डी खिलाड़ी मिला

He quit wrestling and India got a talented Kabaddi player

प्रो कबड्डी द्वारा शुरू किया गया ‘बियॉन्ड द मैट’ का दूसरा सीज़न अभी चल रहा है। ऑलराउंडर कबड्डी खिलाड़ी मनजीत चिल्लर रविवार (11 अक्टूबर) को सत्र में मौजूद थे। प्रो कबड्डी लीग के इंस्टाग्राम हैंडल से लाइव बात करते हुए, उन्होंने अपने करियर के बारे में कई बातें बताईं। इस बार उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने कुश्ती छोड़ दी और कबड्डी खेलना शुरु किया।

घायल हुए और कुश्ती छोडनी पडी;

इस बार, मनजीत ने कहा कि वह कबड्डी खेलने से पहले कुश्ती खेलते थे। जब वह आठ साल के थे तब उन्होने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेते समय अपनी नाक को घायल कर लिया था। नाक का ऑपरेशन किया गया। इससे वह ठीक भी हुए। लेकिन जल्द ही उन्हे फिर से ऑपरेशन करना पडा। इसलिए उन्होंने कुश्ती छोड़ दी और अपना ध्यान कबड्डी में लगाया।

मनजीत ने कहा कि जब वह कुश्ती नहीं खेलता था तब गांव में कबड्डी खेलता था। यहीं से उन्होंने कबड्डी खेलना शुरू किया। उस समय उन्हें पता था कि कबड्डी एशियाई प्रतियोगिताओं में खेली जाती है। इसलिए उन्होंने इतना अच्छा खेलने का फैसला किया कि उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना जाए।

मनजीत ने वह कर भी दिखाया जो उसने तय किया था। मनजीत ने 2010 और 2014 एशियाई खेलों में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीते हैं। वह 2016 के विश्व कप विजेता भारतीय टीम का भी हिस्सा रहे हैं। कबड्डी में उनके योगदान के लिए उन्हें अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।